HINDI POEM
अये सनम ये तू ही बता की क्या कभी तेरे इश्क़ के काबिल नहीं रहा मै
रातें तनहा तेरा इंतजार करता रहा मै इश्क़ की सर नवाजी में तुझपे ऐतबार करता रहा मै तू मुझे ना
Read moreमुझमे तू है इस एहसास में समाया हु मै।
इस ज़िन्दगी के सफर में तेरे साथ चला था मै गिरते पड़ते उठते संभलते दुनिया के वसूलों से लड़ा था
Read moreकुछ बदला बदला सा लगता है
कुछ बदला बदला सा लगता है, रास्ते वही है कंक्रीट के चादर ओढ़े, अपवाहिकाओं के संगम से ले के जाती
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